भिवानी में तीन दिन से लापता टीचर की लाश मिली, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
भिवानी (हरियाणा), 13 अगस्त 2025
हरियाणा के भिवानी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। लोहारू क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सिंघानी गांव में तीन दिन से लापता एक प्राइवेट स्कूल की महिला टीचर का शव नहर के पास खेतों में पड़ा मिला। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
सूचना मिलने के बाद मौके पर डीएसपी संजीव कुमार और फोरेंसिक टीम पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। लाश की पहचान गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाली महिला शिक्षक के रूप में हुई, जो तीन दिन पहले अचानक लापता हो गई थीं। स्थानीय ग्रामीणों ने नहर किनारे खेतों में शव को सबसे पहले देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
लापता होने के बाद से परिवार परेशान
परिवार के अनुसार, मृतका 3 दिन पहले स्कूल से लौटने के बाद अचानक गायब हो गई थीं। परिवार व रिश्तेदार लगातार उनकी तलाश में लगे हुए थे, लेकिन उनकी कोई खबर नहीं मिली। परिजनों का आरोप है कि यह एक सुनियोजित हत्या है। उनका कहना है कि मृतका के साथ किसी ने दुर्भावना के चलते यह अपराध किया है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं से जांच शुरू कर दी है, जिसमें हत्या, अपहरण और अन्य संभव कारणों को खंगाला जा रहा है।
ग्रामीणों और परिजनों का प्रदर्शन
घटना की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण और मृतका के परिजन मौके पर एकत्र हो गए। उन्होंने सिंघानी गांव बस अड्डे पर जाम लगा दिया और पुलिस से तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि जब तक आरोपियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, वे शव को नहीं उठाएंगे।
पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यदि पुलिस ने पहले से गंभीरता दिखाई होती तो यह घटना टल सकती थी।
पुलिस की कार्रवाई और बयान
डीएसपी संजीव कुमार ने मीडिया को बताया, हमने कई टीमें बना दी हैं और विभिन्न कोणों से जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटा लिए हैं, और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
डीएसपी ने यह भी आश्वासन दिया कि अपराधी जल्द गिरफ्तार होंगे और कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी।
फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण और समय स्पष्ट हो सकेगा। शुरुआती जांच में कुछ ऐसे निशान मिले हैं जो हिंसा की ओर इशारा करते हैं, लेकिन अभी कुछ भी साफ तौर पर कहना जल्दबाज़ी होगी।
सुरक्षा और महिला अपराधों पर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर से महिला सुरक्षा और ग्रामीण इलाकों में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय सामाजिक संगठनों का कहना है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं और प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
निवासी यह भी मांग कर रहे हैं कि गांव और आसपास के क्षेत्रों में रात के समय गश्त बढ़ाई जाए, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जाए।
ग्रामीणों की मांगें और आगे की राह
प्रदर्शन में शामिल लोगों का स्पष्ट कहना है कि वे शव का अंतिम संस्कार तभी करेंगे, जब आरोपी पकड़े जाएंगे। उनका यह भी कहना है कि पीड़ित परिवार को मुआवज़ा और सरकारी मदद तुरंत मुहैया कराई जाए।
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया है कि मामले में तेजी से कार्रवाई हो रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल पुलिस गांव में डटी हुई है और शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।